srishti dabas upsc crack strategy |
सृष्टी दाबास ने UPSC परीक्षा को क्रैक करने के लिए जो रणनीति अपनाई, वह उनकी मेहनत, निरंतरता और स्मार्ट अप्रोच पर आधारित थी। उनका सफ़लता का रास्ता उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है जो UPSC की तैयारी कर रहे हैं। उनकी रणनीति को समझने के लिए, उनके द्वारा अपनाए गए मुख्य कदमों का सार इस प्रकार है:
1. स्पष्ट लक्ष्य और अनुशासन
सृष्टी दाबास ने अपनी तैयारी की शुरुआत ही एक स्पष्ट लक्ष्य के साथ की थी और उसके लिए एक कठोर दिनचर्या बनाई थी। उनका मानना था कि UPSC एक लंबी और कठिन प्रक्रिया है, जिसमें निरंतरता और मेहनत सबसे अहम हैं। वह प्रतिदिन अपने लक्ष्य को ध्यान में रखकर काम करती थीं।
2. NCERT और बेसिक किताबों का अध्ययन
सृष्टी ने अपनी तैयारी की शुरुआत NCERT से की, जो कि बुनियादी अवधारणाओं को मजबूत करती है। उन्होंने कुछ प्रमुख किताबें भी पढ़ीं:
Indian Polity by M. Laxmikanth
Geography of India by Majid Husain
Modern India by Bipin Chandra
Indian Economy by Ramesh Singh
उनका मानना था कि यदि आपके मूलभूत विचार साफ़ हैं, तो आप उच्च स्तर के विषयों को भी आसानी से समझ सकते हैं।
3. करंट अफेयर्स पर ध्यान केंद्रित करना
सृष्टी दाबास ने करंट अफेयर्स को अपनी तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया। वह रोज़ाना समाचार पत्र, जैसे The Hindu पढ़ती थीं और महत्वपूर्ण घटनाओं को अपनी नोट्स में लिखती थीं। साथ ही, Yojana, Kurukshetra जैसी मासिक पत्रिकाओं का भी नियमित रूप से अध्ययन करती थीं।
4. समय प्रबंधन और स्मार्ट अध्ययन
UPSC का पाठ्यक्रम बहुत विस्तृत है, इसलिए सृष्टी ने अपने समय का कुशल प्रबंधन किया। उन्होंने हर विषय को अपनी प्राथमिकता के हिसाब से समय दिया और स्मार्ट तरीके से अध्ययन किया। उनका मानना था कि सभी विषयों को अच्छे से समझने के साथ-साथ, उन्हें नियमित रूप से संशोधित भी करना जरूरी है।
5. उत्तर लेखन अभ्यास
UPSC में मुख्य परीक्षा में उत्तर लेखन कौशल का बहुत महत्व होता है। सृष्टी ने अपनी उत्तर लेखन क्षमता को सुधारने के लिए नियमित अभ्यास किया। उन्होंने मॉक टेस्ट दिए और अपने उत्तरों का विश्लेषण किया, जिससे उनकी लेखन शैली में सुधार हुआ। यह उनकी परीक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
6. मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार की तैयारी
मुख्य परीक्षा के बाद, सृष्टी ने अपने उत्तरों को और बेहतर बनाने के लिए परिश्रम किया और साक्षात्कार की तैयारी भी शुरू की। उन्होंने मॉक इंटरव्यू दिए और अपनी प्रदर्शन को समझा, जिससे उनकी तैयारी में सुधार हुआ। उनका मानना था कि UPSC साक्षात्कार एक व्यक्तित्व परीक्षा है, जिसमें आत्मविश्वास और स्पष्टता महत्वपूर्ण होती है।
7. स्वास्थ्य और तनाव प्रबंधन
UPSC की तैयारी के दौरान मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी होता है। सृष्टी ने योग और ध्यान को अपनी दिनचर्या में शामिल किया, जिससे वह मानसिक रूप से स्वस्थ रहीं और अधिक फोकस्ड रही। नियमित व्यायाम भी उनकी दिनचर्या का हिस्सा था, जिससे वे शारीरिक रूप से भी फिट रही।
8. पुनरावलोकन (Revision)
सृष्टी का मानना था कि पुनरावलोकन (revision) सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने नियमित रूप से अपनी नोट्स और पढ़ी हुई सामग्री को दोहराया, ताकि जो कुछ भी उन्होंने पढ़ा है, वह उनके दिमाग में रहे और परीक्षा के समय आसानी से याद हो जाए।
9. धैर्य और संघर्ष
UPSC एक चुनौतीपूर्ण परीक्षा है, इसलिए धैर्य और संघर्ष की जरूरत होती है। सृष्टी ने कभी हार नहीं मानी और अपनी यात्रा में हमेशा सकारात्मक रहीं। उन्होंने अपनी असफलताओं को सीखने का अवसर माना और हर दिन नई ऊर्जा के साथ अपनी तैयारी को आगे बढ़ाया।
10. प्रेरणा और सकारात्मक दृष्टिकोण
सृष्टी ने अपनी प्रेरणा को कभी भी कमजोर नहीं होने दिया। उन्होंने हमेशा अपनी यात्रा को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखा और आत्मविश्वास बनाए रखा। वे अपनी विफलताओं को एक सीख के रूप में देखती थीं और अपनी तैयारी को निरंतर बेहतर करने का प्रयास करती थीं।
निष्कर्ष:
सृष्टी दाबास की UPSC क्रैक करने की रणनीति यह साबित करती है कि यदि आप सही दिशा में मेहनत करें, स्मार्ट अध्ययन करें और अपने समय का सही प्रबंधन करें, तो आप UPSC जैसी कठिन परीक्षा को भी सफलता के साथ पास कर सकते हैं।
Comments
Post a Comment